सकट चौथ व्रत कथा: एक साहूकार और साहूकारनी (Sakat Chauth Pauranik Vrat Katha – Ek Sahukar Aur Ek Sahukarni)
एक साहूकार और एक साहूकारनी थे। वह धर्म पुण्य को नहीं मानते थे। इसके कारण उनके कोई बच्चा…
एक साहूकार और एक साहूकारनी थे। वह धर्म पुण्य को नहीं मानते थे। इसके कारण उनके कोई बच्चा…
जय सन्तोषी माता,मैया जय सन्तोषी माता ।अपने सेवक जन की,सुख सम्पति दाता ॥जय सन्तोषी माता,मैया जय सन्तोषी माता…
श्री विश्वकर्मा चालीसा ॥ दोहा॥श्री विश्वकर्म प्रभु वन्दऊं,चरणकमल धरिध्यान।श्री, शुभ, बल अरु शिल्पगुण,दीजै दया निधान॥॥ चौपाई॥जय श्री विश्वकर्म…
मां महाकाली की आरती – Maha Kali Ji Ki Aarti अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर…
माँ सरस्वती जी जय सरस्वती माता,मैया जय सरस्वती माता ।सदगुण वैभव शालिनी,त्रिभुवन विख्याता ॥जय जय सरस्वती माता…॥चन्द्रवदनि पद्मासिनि,द्युति…
नवरात्रि के दौरान पूजा-पाठ का विधान है साथ ही भक्त व्रत भी रखते हैं. कई लोक किसी विशेष…
विनियोग:अस्य श्रीरामरक्षास्त्रोतमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः ।श्री सीतारामचंद्रो देवता ।अनुष्टुप छंदः। सीता शक्तिः ।श्रीमान हनुमान कीलकम ।श्री सीतारामचंद्रप्रीत्यर्थे रामरक्षास्त्रोतजपे विनियोगः…
दोहा:जय ब्रह्मा जय स्वयम्भू, चतुरानन सुखमूल।करहु कृपा निज दास पै, रहहु सदा अनुकूल॥तुम सृजक ब्रह्माण्ड के, अज विधि…
ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे।खाटू धाम विराजत,अनुपम रूप धरे॥ॐ जय श्री श्याम हरे…॥रतन जड़ित…
ओम जय जगदीश हरे सबसे अधिक प्रचलित आरती है. इसका गायन किसी भी पूजा के अवसर पर अवश्य…