दुनिया का हर रिश्ता हर बंधन प्यार से बना होता है. अगर प्यार नहीं हो तो दुनिया में खुशियां ही नहीं हो सकती है. प्यार, त्याग और विश्वास की एक ऐसी डोर है जिसे आप सिर्फ महसूस कर सकते हैं लेकिन इसे शब्दों में पिरोना मुश्किल है. इसी प्यारे एहसास को जब एक त्योहार के रूप में मनाया जाता है तो वह दिन यादगार बन जाता है.
जिस तरह होली, दिवाली, राखी, क्रिसमस जैसे त्योहारों को मनाने से अपनों के बीच प्यार और गहरा होता है. ऐसा ही एक त्योहार है वैलेंटाइन डे (Valentine’s Day History in Hindi). इस दिन हर कोई अपने प्यार के लिए वक्त निकालते हैं और अपने प्यार का इजहार करते हैं. वैलेंटाइन डे सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि पूरे हफ्ते मनाया जाता है.
जैसे हर त्योहार के पीछे कोई न कोई कहानी छुपी होती है ठीक उसी तरह वैलेंटाइन डे की भी कहानी है.
वैलेंटाइन डे से जुड़ी कहानी – वैलेंटाइन डे का इतिहास – Valentine’s Day History in Hindi
वैलेंटाइन डे नाम से लगता है जैसे यह किसी दिन का नाम है लेकिन ऐसा नहीं है. यह एक पादरी का नाम है जो रोम में रहता था. उस वक्त रोम पर क्लॉडियस का शासन था, जिसकी इच्छा शक्तिशाली शासक बनने की थी. इस इच्छा को पूरा करने के लिए उसे एक विशाल सेना बनानी थी लेकिन उसने देखा कि रोम के वे लोग जिनका परिवार है, जिनके बीवी-बच्चे हैं, वैसे लोग सेना में नहीं जाना चाहते. तो उस शासक ने एक ऐसा नियम बनाया जिसमें उसने भविष्य में होने वाली तमाम शादियों पर ही प्रतिबंध लगवा दिया.
इस नियम से सभी नाखुश थे लेकिन उस शासक के सामने बोलने की किसी की हिम्मत नहीं हुई. पादरी वैलेंटाइन ने भी इस नियम का कड़ा विरोध किया. एक दिन एक जोड़ा उनके पास आया और शादी की इच्छा प्रकट की. पादरी वैलेंटाइन ने भी चोरी-छिपे उसकी शादी एक कमरे में करवा दी. इसकी खबर लगते ही उस शासक ने पादरी वैलेंटाइन को कैद करने का निर्देश दिया. फिर उसके मौत की सजा सुनाई.
पादरी जब जेल में बंद थे तो काफी लोग उससे मिलने जाया करते थे. उससे मिलने वाले हर व्यक्ति पादरी को गुलाब और गिफ्ट देते थे. वे सभी उन्हें बताना चाहते थे कि उन सभी का भी प्यार में विश्वास है. पादरी वैलेंटाइन को जिस दिन मौत की सजा दी गई, वह दिन 14 फरवरी 269 ए.डी थी.
वैलेंटाइन प्यार करने वालों के लिए…
उन्होंने मरने से पहले प्यार करने वालों के नाम एक खत लिखा था. उस खत में लिखा था कि “वैलेंटाइन प्यार करने वालों के लिए खुशी खुशी कुर्बान हुआ है और प्यार को जिन्दा रखने की गुहार करता है.” इसलिए तभी से लेकर आज तक 14 फरवरी को वैलेंटाइन की याद में वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है.
मान्यता है कि वैलेंटाइन डे मुख्य तौर पर संत वेलेंटाइन के नाम पर रखा गया है. लेकिन ऐतिहासिक तौर पर संत वेलेंटाइन के बारे में विभिन्न मत हैं. यानी उनके बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है. कैथोलिक चर्च ने 1969 में कुल ग्यारह सेंट वैलेंटाइन के होने की पुष्टि की थी. उनके सम्मान में ही 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे पर्व मनाने की घोषणा हुई. इनमें सबसे अहम रोम के सेंट वैलेंटाइन माने जाते है.
कहावत यह भी है कि सेंट वैलेंटाइन ने अपनी मृत्यु के वक्त जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबस को नेत्रदान किया था. साथ ही उन्होंने जेकोबस को एक पत्र भी लिखा था, जिसमें अंत में उन्होंने लिखा था तुम्हारा वैलेंटाइन. यह दिन 14 फरवरी ही था और इसी दिन को संत के नाम से वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाने लगा. इस विशेष दिन के बहाने ही पूरे विश्व में निःस्वार्थ प्रेम का संदेश फैलाया जाता है.
इस त्योहार को आज भी बड़े अनोखे तरीके से मनाया जाता है. यह त्योहार 7 फरवरी से 14 फरवरी तक चलता है और हर दिन को एक विशेष नाम दिया गया है.
7 फरवरी: रोज डे
8 फरवरी: प्रपोज़ डे
9 फरवरी: चॉकलेट डे
10 फरवरी: टेडी बियर डे
11 फरवरी: प्रॉमिस डे
12 फरवरी: किस डे
13 फरवरी: हग डे
14 फरवरी: वैलेंटाइन डे
यह दिन सबसे आखिरी है, जिसे वैलेंटाइन डे कहा जाता है. इस दिन सभी जोड़े पूरा दिन एक दूसरे के साथ बिताते हैं.
विभिन्न देशों में वैलेंटाइन डे का अंदाज – Valentine’s Day in Hindi
हर देश में वैलेंटाइन डे का पालन अपने-अपने अंदाज में किया जाता है. पश्चिमी देशों में इसकी रौनक देखते ही बनती है. यहां इस त्योहार को मनाने के लिए पारंपरिक रूप से वैलेंटाइन डे के नाम से प्रेम पत्रों का आदान-प्रदान किया जाता है. साथ ही प्रेम प्रतीकों के रूप में फूल व दिल आदि उपहार दिया जाता है. वहीं पूर्वी देशों में भी मनाने का अपना अलग-अलग अंदाज और विश्वास है.
चाइना में इस दिन को नाइट्स ऑफ सेवेन्स के नाम से मनाया जाता है. वहीं जापान व कोरिया में इस दिन को वाइट डे के नाम से मनाया जाता है. इन देशों में वैलेंटाइन डे से लेकर पूरे महीने भर लोग अपने प्यार का इजहार करते हैं. जबकि अमेरिका में तो 19वीं सदी में इस दिन को आधिकारिक अवकाश घोषित किया गया था.