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नए रिश्ते की शुरुआत करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

इंसान अपने पूरे जीवनकाल में बहुत संघर्ष करता है. संघर्ष पैसे कमाने के लिए, संघर्ष अच्छी जिंदगी के लिए, संघर्ष अपनी खुशियों के लिए! इन सबके बीच में एक दौर वो भी आता है जब वो एकदम मस्त होकर रहता है. जब नए रिश्ते बनाने की बात आती है तो ये जितना चैलेंजिंग होता है, उतना ही खुशनुमा दौर होता है. जब भी हम कोई नया रिश्ता बनाते हैं तो बहुत ज्यादा खुश होते हैं. ऐसे समय में अपने आस-पास की सारी चीजें बहुत खूबसूरत लगती हैं. नए रिश्ते में बातें भी होती हैं और मुलाकातें भी! लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि नए रिश्तों की डोर अचानक टूट जाती है. आपने ऐसा होते हुए कई बार देखा भी होगा. नए दोस्त बनाकर लोग फिर उससे अलग हो जाते हैं. आपने क्या कभी सोचा कि आखिर ऐसा क्यों होता है?

आखिर दो लोग जो खुशी-खुशी रिश्ता स्थापित करते हैं, उनके रास्ते अलग क्यों हो जाते हैं? दरअसल इसके पीछे कुछ कारण हैं. लोग रिश्ते बनाते वक्त कुछ बातों का ध्यान नहीं रखते. आइए आपको बताते हैं कि नए रिश्ते की शुरुआत से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

रिश्ते का स्तर

जब भी आप कोई नया रिश्ता बनाने जा रहे हैं तो उससे पहले इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आखिर आपका रिश्ता किस तरह का है. कभी-कभी लोग पहले दोस्ती करते हैं, फिर प्यार में बहुत जल्द पड़ जाते हैं. ऐसे में फिर आपके पार्टनर के मन में सवाल पैदा होते हैं. और बाद में कई कारणों से रिश्ते का अंत हो जाता है. इसलिए आप पहले से ही क्लियर रखें कि आपको आपके पार्टनर से प्यार का रिश्ता रखना है या दोस्ती का. इससे आप भी खुश रहेंगे और आपका पार्टनर भी. आपके रिश्ते को कभी भी आंच नहीं आएगी.

पार्टनर का मिजाज

मिजाज भी बहुत अहम हिस्सा होता है किसी रिश्ते का. मिजाज आपका और आपके पार्टनर का. आप जब भी कोई नया दोस्त या साथी बनाएं तो आप ये जरूर देखें कि उसका मिजाज क्या है! क्या वो खुशमिजाज है, क्या वो सामान्य ही रहता है हरवक्त? कहीं वो उदास तो नहीं रहता? अगर आप ये जान लेंगे तो आप समझिए आपकी सारी परेशानी खत्म. मिजाज के जान लेने से आप सामने वाले को उस हिसाब से हैंडल कर पाएंगे. अगर वो उस वक्त खुश रहना पसंद करता है, तो आप उसे वैसा ही माहौल हर वक्त देंगे. अगर वो सामान्य रहता है तो आप भी उससे कभी हाइपर नहीं होंगे. अगर वो उदास रहता है तो आप उसे खुश रखने की कोशिश करेंगे.

पार्टनर का इतिहास

जब भी रिश्ता शुरू करें तो आप अपने पार्टनर की हिस्ट्री जरूर जान लें. आप ये जान लें कि उसके साथ पहले क्या-क्या हो चुका है. कभी-कभी ऐसा होता है कि हम अपने सामने वाले के इतिहास से वाकिफ नहीं होते और हमें बाद में चीजें पता चलती हैं. ऐसे में फिर रिश्ता टूटने का डर भी बढ़ जाता है. इसलिए आप बातों-बातों में ही अपने पार्टनर का इतिहास जानें. साथ ही उसे अपना भी इतिहास बता दें. इस तरह से सब बेहतर होगा. नया रिश्ता तभी मजबूत हो सकता है जब आप दोनों के बीच किसी भी तरह का कन्फ्यूजन ना हो. कन्फ्यूजन आने की पहली और आखिरी वजह हिस्ट्री ही होती है.
फ्यूचर प्लानिंग

नया रिश्ता अगर आपको बेहतर बनाना तो आप एक बात का और ध्यान रखें. ये बात है फ्यूचर प्लानिंग की. आपके मन में फ्यूचर प्लान होना बहुत ज्यादा जरूरी है. आप आगे इस रिश्ते को कहां ले जाएंगे, कितना बढ़ाएंगे, कितना इसे सीमित रखेंगे. बहुत से लोग बिना सोचे-समझे रिश्ते की शुरुआत कर देते हैं. भविष्य के बारे में नहीं सोचते. इस तरह से उनका रिश्ता शुरू तो हो जाता है लेकिन वो टिकाऊ नहीं होता. भविष्य ही अगर तय नहीं है किसी रिश्ते का, तो फिर रिश्ते के चलने की क्या गारंटी? इसलिए फ्यूचर प्लानिंग जरूर करें. फ्यूचर प्लानिंग की चर्चा अपने पार्टनर से करें.

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पैसों पर बातचीत

पैसा एक ऐसी चीज है, जिसे कुछ लोग सिर्फ एक साधन मानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पैसे किसी रिश्ते की लंबाई और चौड़ाई भी तय करता है? जी हां! ये बिल्कुल सच है. अगर आप नया रिश्ता शुरू करने जा रहे हैं तो पैसों को लेकर सामने वाले शख्स से बिलकुल क्लियर रहें. अगर हो सके तो कभी भी पैसों का जिक्र सामने वाले से ना करें. अगर आप ऐसा नहीं करेंगे, आप सामने वाले से उम्मीद रखेंगे कि वो आपकी मदद करें. ऐसे में हो सकता है आप मुसीबत से निकलने की बजाय एक नई मुसीबत में ही फंस जाएं.

आप अपने पार्टनर को लेकर क्या सोचते हैं? आपने अगर किसी नए रिश्ते की शुरुआत की है तो आपका अनुभव कैसा रहा, हमें नीचे कमेंट बॉक्स में बताएं!