अगर बचपन के दिनों को याद करने बैठेंगे तो आपको सोचते-सोचते बहुत कुछ याद आता चला जाएगा. आप जब अपने दिमाग को बचपन में ले जाएंगे तो आपको याद आएगा कि आप क्या-क्या करके बड़े हुए हो? हालांकि आजकल के टाइम में लोगों के पास इतना ज्यादा वक्त नहीं है इन सब के बारे में सोचने का लेकिन अगर आप सोचने बैठेंगे तो आपको बहुत ज्यादा मजा आएगा. अगर आप इतना भी नहीं कर सकते तो चलिए ये आर्टिकल ही पढ़ लीजिए. आप इसको अंतिम तक पढ़ेंगे तो आपको पुराने दिन याद आएंगे इस बात की पक्की गारंटी है.
इस आर्टिकल में हम आपको बहुत खूबसूरत सी चीज बताने जा रहे हैं और वो खूबसूरत सी चीज है आपकी तरफ से बचपन में की जाने वाली नादानियां. वो गलतियां जो हम नादानी में कर दिया करते थे. जब आदमी अपना बचपन जी रहा होता है तब उसकी बुद्धि उतनी नहीं होती कि वो अपना अच्छा और बुरा समझ सके. उसे जो मन में आता है वो वही करता है. अब सवाल यही है कि आखिर वो गलतियां कौन-कौन सी हैं जो हम बचपन में करते थे. यहाँ कुछ कॉमन से नादानियाँ दी गई हैं:
मम्मी से रूठ जाना – Childhood mistakes
पापा से जबरदस्ती जिद करना
अपनी बहन को चिढ़ाना – Childhood mistakes
बिना बताए घर से घूमने निकल जाना
दोस्तों से झगड़ा करना – Childhood mistakes
दोस्त भी बचपन की जान हुआ करते थे. जिसका कोई दोस्त ना हुआ उसने क्या ही बचपन जिया? बचपन में हम असल मायनों में दोस्तों के साथ बहुत सारा वक्त गुजारा करते थे. दोस्त के साथ खाना, दोस्त के घूमना और दोस्त के साथ ही खेलना. लेकिन कभी-कभी नादानी में हम अपने दोस्त से लड़ भी लेते थे. लड़ाई भले ही छोटी-छोटी बात पर हो लेकिन होती खूब थी. क्रिकेट खेलते हुए ऐसा होता ही होता था. अपनी बैटिंग के इंतजार में हम दोस्त से अक्सर लड़ लिया करते थे.
आपको अपनी कुछ और नादानियां याद हैं तो कमेन्ट में हमारे साथ जरूर शेयर करें!