हमारे देश में गुरु-शिष्य की परंपरा सदियों पुरानी है. इस परंपरा में गुरु अपने शिष्य को शिक्षा देते हैं. ‘गु’ शब्द का अर्थ अंधकार (अज्ञान) और रु शब्द का अर्थ प्रकाश (ज्ञान) होता है. अज्ञानता का अंधकार मिटाकर ज्ञान का प्रकाश फैलाने वाले गुरु कहलाते हैं. हर किसी के जीवन में गुरु का बहुत बड़ा महत्व है. शिक्षक को ईश्वर का दिया हुआ उपहार माना जाता है, जो भेदभाव रहित और निस्वार्थ भाव से विद्यार्थियों को अच्छे-बुरे का ज्ञान कराते हैं. हम सभी के जीवन में माता-पिता के बाद शिक्षक का ही स्थान आता है. क्योंकि शिक्षक (Teachers Day in Hindi) ही वो कड़ी हैं जो बच्चे को सही रूप में ढ़ालने की नींव रखते हैं.
किस दिन मनाया जाता है शिक्षक दिवस?
हमारे देश में शिक्षक दिवस भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर यानी 5 सितंबर को मनाया जाता है. इसकी शुरुआत 5 सितंबर 1962 से हुई थी. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन स्वतंत्र भारत के पहले उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति भी रह चुके हैं. उप-राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने 1952-1962 जबकि राष्ट्रपति रहते हुए 1962-1967 तक देश की सेवा की है.
राजनीति में कदम रखने से पूर्व उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय, मैसूर विश्वविद्यालय व ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय जैसे कई संस्थानों में प्रोफेसर रह चुके थे. एक शिक्षक के रूप में उनकी हमेशा सराहना की जाती थी और उनके विद्यार्थियों के वे चहेते शिक्षक थे. राधाकृष्णन मानते थे कि शिक्षक वह व्यक्ति जो युवाओं को देश के भविष्य के रूप में तैयार करे. वे स्वयं भी अपने छात्रों को हमेशा ही अच्छे संस्कार देने के लिए प्रयासरत रहे.
कैसे शुरू हुई शिक्षक दिवस की परंपरा?
भारत के राष्ट्रपति बनने के बाद उनके छात्रों ने प्रति वर्ष उनका जन्मदिन मनाने की इच्छा व्यक्त की. लेकिन राधाकृष्णन ने कहा कि उन्हें अधिक प्रसन्नता तब होगी जब उनके विद्यार्थी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाएं. तभी से लेकर आज तक उनके जन्मदिन का पालन शिक्षक दिवस के रूप में होने लगा.
शिक्षक दिवस का महत्व – Teachers Day in Hindi
शिक्षक दिवस का दिन बहुत खास होता है. यह दिन शिक्षकों के प्रयासों और कार्यों के सम्मान के रूप में मनाया जाता है. शिक्षण का कार्य बहुत ही कठिन कार्यों में शामिल है क्यूंकि एक शिक्षक के पर नौजवानों को शिक्षित करने की बड़ी जिम्मेदारी होती है. एक कक्षा में बहुत सारे विद्यार्थी होते हैं लेकिन हर बच्चे की क्षमता अलग-अलग होती है. कुछ विद्यार्थियों को खेल-कूद पसंद होता है तो किसी को अंग्रेजी पढ़ना, जबकि किसी को हिंदी तो किसी की गणित में रुचि होती है. ऐसे में हर एक अच्छे शिक्षक के लिए उन तमाम विद्यार्थियों की क्षमता की पहचान कर फिर एक बेहतर व्यक्तित्व का निर्माण करना होता है. इसलिए यह दिन शिक्षकों को सम्मान और आभार प्रकट करने के लिए समर्पित है.
शिक्षण संस्थानों में शिक्षक दिवस कार्यक्रम
हमारे देश के विभिन्न हिस्से में शिक्षक दिवस का पालन बड़े उत्साह के किया जाता है. स्कूलों, कॉलेजों समेत विभिन्न शिक्षण संस्थानों में इस दिन तरह-तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं. इस खास अवसर पर विद्यार्थियों को एक दिन के लिए अपना पसंदीदा शिक्षक बनने का मौका मिलता है. शिक्षक बनकर वे अपनी निचली कक्षाओं में जाकर बच्चों को पढ़ाते हैं और मौज-मस्ती करते हैं. साथ ही इस दिन कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाते हैं, जिसमें बच्चों के साथ शिक्षक भी हिस्सा लेते हैं. इन कार्यक्रमों में नृत्य, नाटक का मंचन, भाषण व फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है.
कई स्कूलों में तो जूनियर छात्रों द्वारा शिक्षकों का वेश धारण कर उनकी भूमिका निभाई जाती है. इस दौरान बेस्ट ड्रेस और रोल प्ले आदि कार्यक्रम होते हैं. इस विशेष अवसर पर विद्यार्थी अपने-अपने शिक्षकों के लिए ग्रीटिंग कार्ड व फूल समेत अन्य उपहार भी लेकर आते हैं. बच्चों द्वारा मिले उपहार पाकर शिक्षकों का मन भी बहुत प्रसन्न हो उठता है.
कहां-कहां मनाया जाता है शिक्षक दिवस?
विश्व के 21 ऐसे देश हैं जहां शिक्षक का पालन बड़े धूमधाम के किया जाता है. जैसे बांग्लादेश, चाइना, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, पाकिस्तान, ग्रीस, जर्मनी, श्रीलंका, यूएसए, यूके व ईरान में अपने-अपने निर्धारित दिनों पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है. लेकिन 5 अक्टूबर को ‘वर्ल्ड टीचर्स डे’ जबकि 28 फरवरी को विश्व के 11 देश टीचर्स डे मनाते हैं. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि शिक्षक चाहे किसी भी देश, धर्म या जाति के क्यूं ना हो लेकिन गुरु हर रूप में गुरु ही होता है.
निष्कर्ष – Teachers Day in Hindi
हमारे देश में शिक्षक दिवस का पालन शिक्षकों के सम्मान में किया जाता है. यह सम्मान इसलिए दिया जाता है कि शिक्षक पूरे साल बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए निस्वार्थ मेहनत करते हैं. वे हमेशा चाहते हैं कि उनके विद्यार्थी स्कूल के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी अपना बेहतर प्रदर्शन देते रहें. शिक्षक दिवस के अवसर पर मनाए जाने वाले कार्यक्रमों से बच्चे व शिक्षक के बीच के रिश्ते को मजबूती मिलती है. सच में यह दिन छात्रों और शिक्षक दोनों के लिए बहुत ही महत्व रखता है.