Mithali Raj Biography in Hindi: मिताली राज भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हैं. मिताली राज अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाली महिला है. यह एक ऐसी महिला हैं जिन्होंने वनडे में 6000 रनों से भी ज्यादा रन बनाकर रिकार्ड कायम किया था और वो लगातार 7 बार अर्धशतक लगाने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं. भारत के लिए (पुरुष और महिला दोनों में) मिताली राज पहली कप्तान है जो 2005 और 2017 में आईसीसी ओडीआई विश्वकप फाइनल में शामिल हो सकी हैं.
मिताली राज का जन्म और परिवार – Mithali Raj Biography in Hindi
मिताली का जन्म 3 दिसंबर 1982 को राजस्थान के जोधपुर शहर में एक तमिल परिवार में हुआ था. इनके पिता का नाम दोराज राज है और से भारतीय वायुसेना के अधिकारी हैं. इनकी माता का नाम लीला राज है और वो एक गृहणी हैं. अभी इनका परिवार आंध्रप्रदेश में रहता है.
शुरुआती जीवन – Mithali Raj Biography in Hindi
मिताली ने महज 10 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. भारतीय क्रिकेट टीम के लिए उनका चयन किया गया था. उनकी शुरुआत साल 1999 में मिल्टन केन्स में आयरलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच में हुई थी. हैदराबाद तेलंगाना में रहते हुए उन्होंने अपने बड़े भाई साथ अपने सेंट जॉन्स स्कूल हैदराबाद में ही क्रिकेट की कोचिंग शुरू कर दी थी.
मिताली राज सिकंदराबाद के कीज गर्ल्स हाईस्कूल में नेट में क्रिकेट का अभ्यास करती थी. क्रिकेट के अलावा उन्होंने 8 सालों तक शास्त्रीय संगीत का भी अभ्यास किया था और अनेकों स्टेज कार्यक्रम भी दिए हैं. क्रिकेट की वजह से वो अपनी भरतनाट्यम् नृत्य कक्षाओं से दूर रहा करती थीं.
क्रिकेट और नृत्य में से किसी एक का चयन
तभी नृत्य के अध्यापक ने उन्हें क्रिकेट और नृत्य में से किसी एक का चयन करने की सलाह दी थी. लेकिन क्रिकेट करियर को आगे बढ़ाने के लिए नृत्य छोड़ दिया. बचपन में जब मिताली के भाई को क्रिकेट की कोचिंग दी जाती थी, तब मिताली भी मौका पाकर गेंद को घुमा देती थी. उसी दौरान क्रिकेटर ज्योति प्रसाद ने उन्हें नोटिस किया और कहा था कि भविष्य में वह क्रिकेट की अच्छी खिलाड़ी बनेंगी.
मिताली के कोच संपत कुमार ने भी उन्हें क्रिकेट में आगे बढ़ाने के लिए उनसे कड़ी मेहनत कराई. तेज गर्मी हो या बारिश अभ्यास के लिए उन्हें दिल्ली जाना पड़ता था. मिताली को क्रिकेट के क्षेत्र में आगे बढ़ने में उनके परिवार का पूरा सहयोग रहा और उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया गया. मिताली की कड़ी मेहनत ने रंग लाई और उनका 17 साल की उम्र में भारतीय टीम में चयन हो गया.
क्रिकेट करियर – Mithali Raj Biography in Hindi
मिताली ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट व एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच दोनों ही खेले हैं. महिला क्रिकेट विश्वकप में उन्हें साल 1997 में मात्र 14 वर्ष की उम्र में शामिल किया गया था लेकिन वो अंतिम स्क्वायड में शामिल नहीं हो सकी थीं. साल 1999 में मिल्टन केन्स में आयललैंड के खिलाफ एक दिवसीय मैच में इन्होंने 114 रन बनाए थे.
वर्ष 2001-02 के सत्र में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. महज 19 वर्ष की उम्र में 17 अगस्त 2002 को इन्होंने अपने तीसरे टेस्ट में कैरण रोल्टन के विश्व के सबसे अधिक टेस्ट स्कोर 209 का रिकॉर्ड तोड़ा था. इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट में टांटन के काउंटी मैदान में 214 का नया उच्च स्कोर खड़ा किया.
पहले विश्व कप में फाइनल
साल 2005 में मिताली ने अपनी टीम को दक्षिण अफ्रीका में अपने पहले विश्व कप में फाइनल तक पहुंचाया था. मिताली ने अगस्त 2006 में इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट और सिरीज की जीत के लिए टीम का नेतृत्व किया. मिताली पार्ट टाइम लेग ब्रेक गेंदबाज भी हैं. वर्तमान में वह 703 रेटिंग्स के साथ बल्लेबाजों की सूची में सबसे ऊपर हैं. तेज गेंदबाजी में क्रीज और स्कोर की क्षमता उन्हें खतरनाक क्रिकेटर की श्रेणी में डालता है. बल्लेबाजी की अद्भुत क्षमता के साथ ही वो गेंदबाजी में भी माहिर हैं.
साल 2013 के वर्ल्डकप में मिताली राज ने अन्य महिलाओं के बीच ओडीआई चार्ट में नंबर 1 क्रिकेटर के रूप में प्रदर्शन किया था. टेस्ट मैच में मिताली राज ने 1 शतक और 4 अर्धशतक, ¾ की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के साथ ओडीआईस में कुल 5 शतक और 40 अर्धशतक और टी-20 में 10 अर्धशतक लगाए थे.
फरवरी 2017 में मिताली डब्ल्यूओडीआईस में 5,500 रण बनाने वाली दूसरी खिलाड़ी बन गई. उन्होंने एकदिवसीय एवं टी-20 के अधिकतर मैचों में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कैप्टन के रूप में टीम का नेतृत्व किया था. जुलाई 2017 में मिताली डब्ल्यूओडीआईस में 6000 रन बनाने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गईं.
खेलने का तरीका
मिताली सीधे हाथ की बल्लेबाज और सीधे हाथ की लेग ब्रेक गेंदबाज हैं.
मिताली की उपलब्धियां
- भारत सरकार की तरफ से खेल में उपलब्धियों के चलते मिताली को साल 2003 में “अर्जुन अवार्ड” से नवाजा गया.
- मिताली को साल 2015 में भारत के राष्ट्रीय पुरस्कार में से चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार “पद्मा श्री” से नवाजा गया था.