Footballer Pele Biography in Hindi: 20वीं शताब्दी के महान फुटबॉलर पेले को ‘किंग ऑफ फुटबॉल’ व ‘ब्लैक पर्ल’ के नाम से भी जाना जाता है. फुटबॉल की दुनाया में पेले को वही सम्मान प्राप्त है, जो क्रिकेट की दुनिया में सचिन तेंदुलकर को है. अपनी अद्भुत खेल प्रतिभा के कारण ही वे विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं और इनके प्रशंसक भी करोड़ों में है.
पेले ने फुटबॉल की दुनिया में कई रिकर्ड अपने नाम किए हैं. ये सबसे कम उम्र के फुटबॉल वर्ल्डकप जीतने वाले खिलाड़ी हैं. सिर्फ यही नहीं पेले दुनिया के इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने फुटबॉल करियर में 3 बार फुटबॉल वर्ल्डकप जीतने का खिताब अपने नाम किया है.
जन्म और आरंभिक जीवन – Footballer Pele Biography in Hindi
पेले का जन्म ब्राजील के ट्रेस कोराकोस में एक फ्लुमिनेंस फुटबॉल खिलाड़ी डोन्डीन्हो और डोना सेलेस्टी अरांटिस के पुत्र के रूप में हुआ. पहले तो उनका नाम अमरीकी अन्वेषक थॉमस एडीसन के नाम पर एडीसन रखा गया था लेकिन बाद में फिर उनके माता-पिता ने नाम में से अंग्रेजी अक्षर ‘i’ को निकाल कर ‘एडसन’ रखने का निश्चय किया.
उनके जन्म प्रमाणपत्र में यह त्रुटि रहने के कारण कई कागजातों में उनका नाम एडसन न होकर एडीसन ही रह गया. पेले (उपनाम) नाम उनको स्कूल के दिनों में प्राप्त हुआ था. दावा है कि उनके पसंदीदा खिलाड़ी स्थानीय वास्को दा गामा के गोलकीपर बिले के नाम का गलत उच्चारण करने के कारण दिया गया था. व्यक्तिगत जीवन में पेले बहुत ही खुले विचार के थे और उनकी कुल 3 शादियां हुई है.
करियर – Footballer Pele Biography in Hindi
ध्यान देने वाली बातें:
- पेले ने अपने करियर का पहला इंटरनेशल मैच वर्ष 1957 में अर्जेंटीना के खिलाफ खेला था पहला इंटरनेशनल गोल भी किया. यह मैच ब्राजील 2-1 से हार गई थी. इसी दौरान पेले इंटरनेशल फुटबॉल मैच में स्कोर करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने.
- वर्ष 1958 फुटबॉल के वर्ल्डकप फाइनल में उन्होंने स्वीडन के खिलाफ गोल करके विश्वकप विजेता का खिताब अपने नाम किया था. इसी के साथ वे सबसे कम उम्र के विश्वकप जीतने वाले खिलाड़ी बन गए.
- साल 1969 में मरकाना स्टेडियम में पेले ने वास्को डी गामा के खिलाफ अपने करियर का 1000वां गोल बनाया था. इस दौरान पेले को चाहने वाले हजारों समर्थक मैदान में पहुंच गए, जिस कारण गेम को आधे घंटे तक रोक दिया गया था.
- वहीं वर्ष 1970 में हुए विश्वकप में पेले ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर ब्राजील वर्ल्डकप का खिताब फिर से अपने नाम किया. इस दौरान अद्भुत प्रदर्शन के लिए पेले को ”प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट” का नाम दिया गया साथ ही स्वर्ण पदक से भी सम्मानित किया गया.
- पेले ने रिओ डी जनेइरो में युगोस्लाविया के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 1971 में खेला था. इसके बाद उन्होंने खेल जगत से संन्यास ले लिया था.
- अपने करियर में पेले ने करीब 1363 मैच खेले और 128 गोल किए.
महत्वपूर्ण उपलब्धियां – Footballer Pele Biography in Hindi
- पेले को ब्राजील के स्वर्ण पदक और बीबीसी के लाइफ टाइम अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है.
- अंतराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी द्वारा साल 1999 में पेले को ”सदी के फुटबॉल खिलाड़ी” का खिताब दिया था.
- वहीं वर्ष 2010 में उन्हें न्यूयॉर्क के कॉसमॉस के आनरेरी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था.
- फिर वर्ष 2012 में फुटबॉल के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें एडिनवर्ग यूनिवर्सिटी द्वारा ऑनरेरी डिग्री से सम्मानित किया गया.
- वर्ष 1980 में उन्होंने फिल्म ’एस्केप टू विक्टरी’ में काम किया और इस फिल्म को फुटबॉल का बेस्ट फिल्म का खिताब मिला था.
पेले दिवस – Footballer Pele Biography in Hindi
फुटबॉल के भगवान माने जाने वाले पेले की फुटबॉल खेलने की अद्भुत प्रतिभा के सम्मान में साल 1969 से प्रति वर्ष 19 नवंबर को सैंटोस में पेले डे के रूप में मनाया जाता है.
ब्राजील के खेल मंत्री के रूप में पेले
खेल के क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए महान फुटबॉलर पेले को साल 1995 में ब्राजील के खेल मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था. इस पद पर रहते हुए उन्होंने साल 1998 तक अपनी सेवाएं दी.
ब्राजील में फुटबॉल पेले की देन
ब्राजील में फुटबॉल की शुरुआत का श्रेय पेले को दिया जाता है. साल 1958 में इनकी फुटबॉल खेलने की अद्भूत प्रतिभा के चलते ब्राजील पहली बार चैंपियन बना था. फिर साल 1958 में हुए वर्ल्डकप में पेले ने कई रिकॉर्ड तोड़े थे.