इस वर्ष भारत का 74वां स्वतंत्रता दिवस है. हमारे देश को 15 अगस्त के दिन ही अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली थी. ऐसे में यह दिन देश के हर नागरिक के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस दिन देश के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर (Independence Day Speech Essay In Hindi) राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. इस विशेष दिवस का पालन झंडा फहराने के समारोह, परेड और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.
स्कूलों, कॉलेजों से लेकर विभिन्न कार्यालयों में भी झंडा फहराने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं भाषण प्रतियोगिताओं का आय़ोजन किया जाता है. आपको भी अगर इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देने का अवसर प्राप्त हो रहा है तो आपके लिए यहां भाषण तैयार है.
स्वतंत्रता दिवस पर भाषण – Independence Day Speech Essay In Hindi
मेरी तरफ से आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. आज मुझे 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बोलने का मौका मिला है उसके लिए मैं खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं. आज से ठीक 74 वर्ष पहले हमारे देश को आजादी मिली थी. दो सौ सालों की गुलामी के बाद हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था. देशवासियों की एकता के कारण ही हमें यह स्वतंत्रता मिली थी. भारत देश को माँ समान माना जाता है और देश के हर नागरिक भारत माता के बच्चे समान है.
माँ के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करने वाले शहीद ही माँ की सच्ची संतान हैं. हमारे देश की आजादी की गाथा इतनी बड़ी है कि उसका वर्णन कुछ मिनटों में करना नामुमकिन है. देश को अंग्रेजी हुकूमत से मुक्त करने के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने जो योगदान दिया है उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता. उन्हीं की बदौलत आज हम खुले आसमान में सांस ले रहे हैं.
देश के लिए गौरव का दिन – Independence Day Speech in Hindi
भारत के लिए 15 अगस्त का दिन बहुत ही गौरवमयी है और यह दिवस ना सिर्फ अंग्रेजी शासन से देश की आजादी को दर्शाता है बल्कि यह भारत की शक्ति को भी दर्शाता है. हमारे वीर योद्धाओं की कुर्बानी को याद करने के लिए ही 15 अगस्त 1947 से प्रति वर्ष इस दिन झंडा फहराकर स्वतंत्रता दिवस का पालन किया जाता है.
इंडिया आज बहुत ही तेजी से विकास कर रहा है. चाहे वो तकनीक, खेल, शिक्षा, वित्त या फिर अन्य क्षेत्र ही क्यूं ना हो. बगैर आजादी के यह विकास कभी भी संभव नहीं था. भारत ही एकमात्र देश है जो परमाणु ऊर्जा में समृद्ध है. भारत का गौरव आज विश्वभर में सबसे उपर है. यहां के वैज्ञानिकों की महानता की वजह से ही आज देश अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है.
जरूरी नहीं कि देशभक्ति निभाने के लिए जान ही देनी पड़े. हम सब देशवासियों को अपने कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति सजग होकर अपना दायित्व निभाना होगा. देश के प्रति वफादार होना भी देशभक्ति कहलाता है. स्वतंत्रता दिवस पर शहीदों को याद करना, राष्ट्र का सम्मान करना और देशभक्ति की बातें करने के सिवा समस्त देशवासियों को प्रण लेना चाहिए कि वो देश की प्रगति में अपनी योग्यता के अनुसार योगदान करेंगे.
एकता से ही है शक्ति – Independence Day Essay in Hindi
जैसे अपने बच्चे को सही दिशा देना, गलत का विरोध करना, अपराध के प्रति जागरूक रहना, गरीब बच्चों की पढ़ाई में मदद, बुजुर्गों का सम्मान, देश के धरोहर की रक्षा करना, कानून व्यवस्था का पालन करना, देश को स्वच्छ बनाए रखने में योगदान देना, भ्रष्टाचार का विरोध करना और सबसे साथ आपसी प्रेम बनाए रखना आदि भी देशभक्ति है. अगर आप देश के प्रति वफादार हैं तो सही मायनों में यही सच्ची देश सेवा है. हम सबकी वफादारी से देश अंदर से मजबूत होता है, जिससे एकता की भावना बढ़ती है और एकता ही किसी देश की सच्ची शक्ति है.
हमारे देश का ध्वज तीन रंगों से मिलकर बना है. इसमें केसरिया रंग प्रगति का प्रतीक है, सफेद रंग अमन और शांति का एवं हरा रंग समृद्धि का प्रतीक है. तिरंगे की बीच में बना अशोक चक्र जो हमेशा आगे बढ़ते रहने का संदेश देता है. किसी भी देश की प्रगति में शिक्षा का अहम योगदान होता है. शिक्षा के बिना कोई देश या समान विकास नहीं कर सकता. इसलिए शिक्षित बनें और इसके प्रति लोगों को जागरुक भी करें.
विकास पथ पर हों अग्रसर – Independence Day Speech Essay In Hindi
देश के कई सारे क्षेत्रों में विकास आवश्यक है जिसके तहत आज हमारी सरकार के सामने रोजगार उत्पन्न करना सबसे बड़ी चुनौती है. इसलिए हम सभी को मिलकर अपने देश की प्रगति के लिए आगे बढ़ना चाहिए. अपनी जीवनचर्या में अगर इन चीजों को शामिल किया जाए तो देश की उन्नति जरूर होगी और हम सब सच्चे देशभक्त कहलाएंगे.
अपना कीमती समय निकालकर मेरा भाषण (Independence Day Speech Essay In Hindi) सुनने के लिए आप सभी का धन्यवाद. अब एक शायरी पढ़कर मैं अपनी वाणी को विराम देता हूं/देती हूं.
तन हमारा मिसाल है मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवारें नफरत की,
ये मेरी खुश नसीबी है जो मिली जिंदगी इस चमन में…
और भुला न सके कोई भी इसकी खुशबू सातों जनम में…
जय हिन्द! वन्दे मातरम!