सोशल मीडिया के इस दौर में लोगों की लाइफस्टाइल में बड़ा बदलाव आया है. लोग ज्यादातर वक्त छोटी-सी स्क्रीन को देखकर बिता रहे हैं। इसी बीच एक चीज ऐसी भी है जो पहले की तरह आज भी अपना स्थान कायम किए हुए है. जी हां! हम बात कर रहे हैं टीवी यानी टेलीविजन की! चाहे जमाना कितना भी डिजिटल क्यों ना हो गया हो लेकिन टीवी के प्रति लोगों की मोहब्बत कम नहीं हुई है. अपना बचपन याद करने पर भी हमें टेलीविजन की अहमियत पता लगती है. वो दिन याद कीजिए जब आप स्कूल से आकर टीवी देखकर खाना खाते थे. उन दिनों की बात ही कुछ और थी.
टीवी की यादें तो बहुत जुड़ी होंगी आपके साथ लेकिन सवाल ये है कि क्या आप इसका इतिहास जानते हैं? क्या आप जानते हैं कि पहला टीवी कब बना? इसे किसने बनाया? भारत में टीवी कब आया? आइए इन्हीं सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं:
ये है टीवी का इतिहास
टीवी शब्द आखिर है क्या? टीवी शब्द Tele और Vision से मिलकर बना है, इसे टेलीविजन कहते हैं. इसका अर्थ दूर दृष्टि या दूरदर्शन होता है. अगर टीवी के आविष्कार के बारे में बात करें तो इसका आविष्कार जॉन लॉगी बेयर्ड ने किया. उन्होंने साल 1925 में बेसिक टीवी बनाया था. ये एक अलग तरह का टीवी था जिसे सीआरटी टेलीविजन कहा जाता था, जिसमें चलचित्र प्रसारित होते थे. जैसे-जैसे वक्त बदला वैसे-वैसे चीजें बदलती गयीं.
1925 के ठीक 2 साल बाद यानी 1927 में फिलो फ़ांसवर्थ ने काम कर सकने वाले टेलीविजन का आविष्कार किया. ये असल में एक ब्लैक एंड व्हाइट टीवी था. टीवी का आविष्कार हुआ, ब्लैक एंड व्हाइट टीवी भी आया…अब बारी थी कलर टीवी की. 1928 में कलर टीवी भी आ गया. 1928 में जे एल बेयर्ड ने कलर टेलीविजन का आविष्कार किया.
आज हम रिमोट के सहारे टीवी चलाते हैं. इसकी खोज वैज्ञानिकों ने बहुत पहले की थी. इसका श्रेय यूजीन पोली को जाता है. टीवी का आविष्कार होने के बाद इसमें चलने वाली चीजों के बारे में सोचा गया और साल 1940 में पहली पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग की गई.
टीवी की शुरुआत
दुनिया में टेलीविजन यानी टीवी तो 1900 के आस-पास आ गया लेकिन भारत में टीवी की शुरुआत बहुत देरी से हुई. भारत में टेलीविजन का पहला प्रसारण 15 सितंबर 1959 को दिल्ली में किया गया. ये भी ब्लैक एंड व्हाइट टीवी ही था. हालांकि टेलीविजन पर राष्ट्रीय प्रसारण की शुरुआत 1982 में हुई थी. इसी साल भारत में रंगीन टीवी की शुरुआत हुई. यहां कौन सा चैनल सबसे पहले आया? अगर यहां की बात करें तो यहां का सबसे पहला टीवी चैनल दूरदर्शन है. 15 सितंबर 1959 को इसकी लॉन्चिंग हुई. दूरदर्शन की विकास यात्रा शुरू में काफी धीमी रही लेकिन 1982 में रंगीन टेलीविजन आने के बाद लोगों का रुझान इस ओर ज्यादा बढ़ा. इसके बाद एशियाई खेलों के प्रसारण ने इस दिशा में क्रांति ही ला दी. दूरदर्शन के कार्यक्रमों की बात करें तो इसमें हम लोग, चित्रहार, बुनियाद आते हैं.
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पहले के वक्त में टीवी बहुत भारी भरकम और मोटे होते थे. उनमें आवाज उतनी बेहतर नहीं थी. जैसे-जैसे समय बदला, सब कुछ बदलता गया. टीवी रंगीन से और अधिक आधुनिक हो गए. वो पतले हुए और हल्के भी. और अब तो जमाना HD और Ultra HD का आ गया. अब टीवी के दाम में भी बहुत कमी आ गयी है. पहले टीवी बाजार में बहुत महंगे थे. लेकिन अब टीवी सस्ते हो गए हैं. 4 से 5 हजार की कीमत में टीवी मिल जाते हैं. टीवी की कीमत की वजह से ही ये आम लोगों की पहुंच तक आया है. पहले ऐसा नहीं था. पहले बड़े घरों में ही टीवी हुआ करते थे. बताते चलें कि 21 नवंबर को टीवी दिवस मनाया जाता है.
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