एक अध्ययन में पाया गया है
आपके अंदर कौन से बदलाव आए हैं?
शायद आपको सुनकर अजीब लग रहा होगा लेकिन ये सच है. सोशल मीडिया ने लोगों की सोच से लेकर उनकी जीवनशैली सब कुछ बदलकर रख दिया है. आइए आपको बताते हैं कि सोशल मीडिया के इस युग में आपके अंदर कौन से बदलाव आए हैं?
आपको सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते-करते अकेलापन अच्छा लगने लगा है. वो पहले का वक्त याद कीजिए, जब सब लोग साथ में खाना खाते थे. बातचीत करते थे और साथ में टीवी देखते थे. अब क्या ऐसा होता है? नहीं…क्योंकि हम लोगों को छोटी-सी स्क्रीन की दुनिया ही पसंद आ गयी है. हमने अपना दायरा सीमित कर लिया है.
सबसे हैरानी की बात है कि आजकल लोग अगर साथ भी बैठे हैं, पास में भी बैठे हैं लेकिन फिर भी वो अपने-अपने फोन में लगे पड़े हैं. फेस-टू-फेस बातचीत का दौर अब धीरे-धीरे पीछे छूट रहा है. लोग मैसेंजर और व्हाट्सअप पर बात करके ज्यादा खुश हो रहे हैं. इसे अकेलेपन की ही निशानी कहते हैं. इसमें इंसान को अपना परिवार, उनकी खुशियों की बजाय अपना बनाया हुआ एक दायरा ही नजर आता है.
चिड़चिड़ापन होने लगा
है हावी
मेंटल स्ट्रेस का कारण
चिढ़ आने की वजह मेन्टल स्ट्रेस भी है. मेंटल स्ट्रेस का कारण भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का यूज ही है. अगर आप दिनभर एक स्क्रीन को देखते रहेंगे तो आपका दिमाग परेशान होगा और वो अपनी थकान कहीं तो उतारेगा?
आप इस बारे सोचते हैं कि आपको कितना बदला है सोशल मीडिया के इस युग ने, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
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