Bhagavad Geeta Quotes in Hindi: भारतीय जीवन व्यवस्था में गीता का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है. भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के समय जो दिव्य ज्ञान अर्जुन को दिए थे, वही गीता के उपदेश हैं. गीता के उपदेश में कर्म योग, ज्ञान योग, भक्ति योग का बहुत सुन्दर वर्णन किया गया है. जीवन को सफल बनाना है तो इन उपदेशों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है. यहां हम आपके लिए कुछ बेहद महत्वपूर्ण उपदेश चुनकर लाए हैं!
प्रत्येक कर्म को कर्त्तव्य मात्रा समझकर करना चाहिए. संबंध न जोड़कर कर्त्तव्य मात्र समझ कर कर्म करने से मुक्ति मिलती है.
जो भी नए कर्म और उनके संस्कार बनते हैं, वह सब केवल मनुष्य जन्म में ही बनते है, पशु-पक्षी आदि योनियों में नहीं! क्योंकि वह योनियां कर्मफल भोगने के लिए ही मिलती हैं.
जो होने वाला है वो होकर ही रहता है और जो नहीं होने वाला वह कभी नहीं होता. ऐसा निश्चय जिनकी बुद्धि में होता है, उन्हें चिंता कभी नहीं सताती.
संसार में जो सुख प्रतीत होता है, उसमें दुःख भी मिला रहता है. परन्तु संसार के वियोग से सुख दुःख से परे अनन्त आनंद प्राप्त होता है.
समय से पहले और भाग्य से अधिक किसी को कुछ नहीं मिलता.
गीता के अनमोल उपदेश – Bhagavad Geeta Quotes in Hindi
गुस्से से भ्रम पैदा होता है. भ्रम से बुद्धि व्याकुल हो जाती है. जब बुद्धि व्याकुल होती है तब इंसान में तर्क नष्ट हो जाते है. जब तर्क नष्ट होता है तब इंसान का पतन हो जाता है.
जो जन्म लेता है उसकी मृत्यु भी निश्चित है. इसलिए जो होना ही है उस पर शोक मत करो.
तुम उस चीज के लिए शोक करते हो जो शोक करने के लायक नहीं है. एक बुद्धिमान व्यक्ति न ही जीवित और न ही मृत व्यक्ति के लिए शोक करता है.
परिवर्तन संसार का नियम है. जिसे तुम मृत्यु समझते हो, वही तो जीवन है. एक क्षण में तुम करोड़ों के स्वामी बन जाते हो, दूसरे ही क्षण में तुम दरिद्र हो जाते हो. मेरा-तेरा, छोटा-बड़ा, अपना-पराया, मन से मिटा दो, फिर सब तुम्हारा है, तुम सबके हो.
तुम्हारा क्या गया, जो तुम रोते हो? तुम क्या लाए थे, जो तुमने खो दिया? तुमने क्या पैदा किया था, जो नाश हो गया? न तुम कुछ लेकर आए, जो लिया यहीं से लिया, जो दिया, यहीं पर दिया.